बुधवार, जुलाई 06, 2022

प्रेम और सौहार्द का रूप चॉकलेट दिवस ....

         प्रेम और सौहार्द का रूप चॉकलेट दिवस है । विश्व चॉकलेट दिवस 7 जुलाई  1550 में यूरोप में चॉकलेट की शुरुआत की वर्षगांठ  हैं।  विश्व चॉकलेट दिवस का पालन 2009 से होता है। संयुक्त राज्य अमेरिका में 28 अक्तूबर को  राष्ट्रीय चॉकलेट दिवस ,  यूएस नेशनल कन्फेक्शनर्स एसोसिएशन ने 13 सितंबर 1857 ई. को मिल्टन एस. हॉर्से का जन्म दिवस पर अंतर्राष्ट्रीय चॉकलेट दिवस के रूप में मनाया जाता है।   कोको का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक घाना में 14 फरवरी को चॉकलेट दिवस , लातविया में 11 जुलाई को विश्व चॉकलेट दिवस मनाया जाता है।  यूएस नेशनल कन्फेक्शनर्स एसोसिएशन द्वारा चॉकलेट दिवस 7 जुलाई ,  दो राष्ट्रीय चॉकलेट दिवस 28 अक्टूबर और 28 दिसंबर, और अंतर्राष्ट्रीय चॉकलेट दिवस 13 सितंबर) [14] ) में चार प्राथमिक चॉकलेट अवकाश सूचीबद्ध किए हैं। नेशनल मिल्क चॉकलेट डे, नेशनल व्हाइट चॉकलेट डे और नेशनल कोको डे मनाया जाता है । विश्व में  विश्व चॉकलेट दिवस व वर्ल्ड चॉकलेट डे  प्रथम बार 07 जुलाई 2009 में मनाया गया था। विश्व  चॉकलेट दिवस पर मित्र एवं  प्रेमी चॉकलेट खा कर और चॉकलेट एक-दुसरे में बांटकर मनाते है।  कपल्स द्वारा फरवरी में वैलेंटाइन सप्ताह के तीसरे दिन भी चॉकलेट डे मनाया जाता है। चॉकलेट  खाद्य पदार्थ को  बच्चे , युवा , बड़े लोगों को  पसंद  है। चॉकलेट उचित मात्रा में खाने से शरीर को कई फायदे हैं। यूरोप में 7 जुलाई 1550 को चॉकलेट दिवस मनाई गई   थी। फ्रांस ने  सन् 1995 में चॉकलेट दिवस मनाने का प्रारंभ हुई थी । चॉकलेट का  आस्तित्व 2000 से 4000 वर्ष प्राचीन  है। अमेरिका में नेशनल चॉकलेट डे 28 अक्टूबर ,   कोको का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश अफ्रीकी देश घाना में  चॉकलेट को समर्पित   प्रति वर्ष 14 फरवरी को मनाया जाता है। अमेरिका में  प्रथम बार चॉकलेट वृक्ष  की फलियों में लगे बीज से चॉकलेट की खोज हुई थी।1528 में अमेरिका के मेक्सिको पर स्पेन के अधीन  था ।  चॉकलेट के  पेड़ को  कोको को  मेक्सिको से स्पेन ले आए थे । स्पेन में कोको को  पसंदीदा ड्रिंक बना लियाथा । कोको वृक्ष के फल का स्वाद  कसैला और तीखेपन को दूर करने के लिए उपाय कर  मीठा बनाने का श्रेय यूरोप है । चॉकलेट को  चॉकलेट केक, चॉकलेट कैंडी ,  चॉकलेट से बनी चीज को उपहार के रूप में देते  हैं।अगर आपसे आपका कोई प्रिय रूठ गया है तो उसे मनाने के लिए आप अंतर्राष्ट्रीय चॉकलेट दिवस पर उन्हें चॉकलेट गिफ्ट करके मना सकते हैं और अपने रिश्तो को मजबूत कर सकते है । चॉकलेट से शरीर की बनावट पर असर और  मोटापा बढ़ता है । चॉकलेट खाने से तनाव कम कर  हारमोंस को नियंत्रित , ब्लड प्रेशर को नियंत्रित और कम करने ,  एंटी ओक्सिडेंट के गुण के कारण सकारात्मक ऊर्जा , चॉकलेट की बीज में डार्क चॉकलेट खाने से दिल की बीमारी होने का खतरा एक तिहाई तक कम , मुंह पर एंटीबैक्टीरियल प्रभाव और दांतों की सड़न से बचाता है।भारत में चॉकलेट की खपत  और भारत में दूध और कोको की पैदावार लगातार बढ़ने के कारण चॉकलेट उद्योग भारत में काफी तेजी से बढ़ रहा है । विश्व चॉकलेट दिवस , जिसे कभी-कभी अंतर्राष्ट्रीय चॉकलेट दिवस के रूप में विश्व में 7 जुलाई  1550 में यूरोप में चॉकलेट की शुरुआत की वर्षगांठ  हैं।  विश्व चॉकलेट दिवस का पालन 2009 से होता है। संयुक्त राज्य अमेरिका में 28 अक्तूबर को  राष्ट्रीय चॉकलेट दिवस ,  यूएस नेशनल कन्फेक्शनर्स एसोसिएशन ने 13 सितंबर 1857 ई. को मिल्टन एस. हॉर्से का जन्म दिवस पर अंतर्राष्ट्रीय चॉकलेट दिवस के रूप में मनाया जाता है।   कोको का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक घाना में 14 फरवरी को चॉकलेट दिवस , लातविया में 11 जुलाई को विश्व चॉकलेट दिवस मनाया जाता है। 
यूएस नेशनल कन्फेक्शनर्स एसोसिएशन द्वारा चॉकलेट दिवस 7 जुलाई ,  दो राष्ट्रीय चॉकलेट दिवस 28 अक्टूबर और 28 दिसंबर, और अंतर्राष्ट्रीय चॉकलेट दिवस 13 सितंबर में चार प्राथमिक चॉकलेट अवकाश  हैं। नेशनल मिल्क चॉकलेट डे, नेशनल व्हाइट चॉकलेट डे और नेशनल कोको डे मनाया जाता है । भारत सऊदी अरब, सिंगापुर, नेपाल, हांगकांग और यूएई में चॉकलेट निर्यात कर रहा है।चॉकलेट बनाने वाले पेड़ कोको की फसल को बीसवीं शताब्दी के शुरुआती दौर में भारत लाया गया था और व्यवसायिक तौर पर इसकी खेती 1960 के दशक से ही होती आ रही है। कोको एक उष्णकटिबंधीय फसल है और भारत की जलवायु इसके लिए बिल्कुल अनुकूल होने के कारण  भारत में  विकास काफी अच्छी तरह हो रहा है।   नेपाल, हांगकांग और यूएई में चॉकलेट निर्यात कर रहा है।चॉकलेट बनाने वाले पेड़ कोको की फसल को बीसवीं शताब्दी के शुरुआती दौर में भारत लाया गया  और व्यवसायिक तौर पर खेती 1960 से प्रारंभ   है। कोको  उष्णकटिबंधीय फसल  भारत की जलवायु इसके लिए बिल्कुल अनुकूल है ।भारत में  बागवानी फसल के रूप मे खेती की जाती है। चॉकलेट का केक जन्म दिवस , सेल्वेराशन डे एवं समारोहों में प्रमुखता के साथ उपयोग में करते  है ।



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